रांचीः जिला प्रशासन ने दीपावली के दौरान आग, दुर्घटना और आपातकालीन स्थिति से बचने के लिए पटाखा विक्रेताओं और आम नागरिकों से अपील करते हुए कई जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जो भी पटाखा विक्रेता निर्देशों का पालन नहीं करेगा, उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. जिला प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष से तत्काल संपर्क कर मदद मांगने की सलाह दी है. इसके लिए दूरभाष संख्या 0651-2215855, 8987790664, 7667985619 और 7070440888 पर फोन कर सकते हैं.
पटाखा विक्रेताओं के लिए दिशा निर्देश
- प्रशासन की ओर पूर्व निर्धारित स्थल पर ही पटाखे की बिक्री करें. पटाखा बिक्री से पूर्व प्रशासन और अग्निशमन विभाग से अनुमति या अनापत्ति प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से लें.बाजार, सड़क के किनारे, पेट्रोल पंप, गैस गोदाम, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पटाखे की बिक्री ना करें.उन्हीं पटाखों की बिक्री करें जो स्वास्थ्य और वातावरण को प्रभावित ना करें. ऐसे पटाखों की बिक्री ना करें जिनकी ध्वनि स्तर की सीमा 125 डिसीबल से अधिक हो.पटाखा विक्रय कार्य में नाबालिग या छोटे बच्चों को ना लगाएं. पटाखों के पंडाल में बिजली की वायरिंग किसी योग्य प्रशिक्षित इलेक्ट्रिशियन से कराएं और हमेशा ISI मार्क के कॉपर के तार का ही प्रयोग करें. नंगे तारों पर अच्छी प्रकार से टेप लगा कर रखें.पटाखों के पंडाल में ज्वलनशील पदार्थ जैसे डीजल, केरोसिन, पेट्रोल को एकत्र करके ना रखें, ना ही इनका प्रयोग करें. पटाखों के पंडाल के आसपास पर्याप्त मात्रा में पानी, बालू और अग्निशमन यंत्र अनिवार्य रूप से रखें. इनका प्रयोग किस प्रकार करना है इसकी जानकारी अवश्य रखें. पटाखों के पंडाल में प्रशिक्षित स्टाफ की देखरेख में प्राथमिक चिकित्सा किट अनिवार्य रुप से रखें.
नागरिकों के लिए सुरक्षा निर्देश
- पटाखा हमेशा अधिकृत विक्रेता या ख्याति प्राप्त निर्माता के यहां से ही खरीदें.पटाखे घरों के अंदर न जलाएं. पटाखा रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के बीच न जलाएं.पटाखे को सार्वजनिक सड़क और भीड़भाड़ वाले स्थलों पर ना जलाएं. अधिक ध्वनि के लिए पटाखों को टिन, कंटेनर या कांच की बोतलों में ना जलाएं. अभिभावक बच्चों को अकेले में पटाखे ना छोड़ने दें, अपनी उपस्थिति में ही पटाखे छुड़वाएं.पटाखों को जलाते समय लंबी लकड़ी, फुलझड़ी या मोमबत्ती का प्रयोग करें. माचिस का प्रयोग सीधे तौर पर ना करें. पटाखों को खुद से थोड़ी दूरी पर रखकर ही जलाएं.अगर कोई पटाखा आग लगाने के बावजूद न फटे तो उसको दोबारा जांचने की कोशिश ना करें. उसे हाथ से ना उठाएं, क्योंकि वो कभी भी फट सकता है. बेहतर होगा कि उस पर पानी डालकर उसे निष्क्रिय कर दें.पटाखे छोड़ते समय लंबे या ढीले कपड़े ना पहनें, क्योंकि ये शीघ्र आग पकड़ सकते हैं.पटाखे हमेशा खुली जगह पर ही छोड़ें और ध्यान रखें कि आसपास पेट्रोल, डीजल, केरोसिन या गैस सिलेंडर जैसे ज्वलनशील पदार्थ ना रखे हों.पटाखे छोड़ने वाले स्थानों पर कंबल, पानी और बालू जरूर रखें. अगर कपड़ों में आग लगे तो जमीन पर लेट कर उलट-पलट कर उसे बुझाने का प्रयास करें.बहुमंजिली मकान में रहने वाले लोग अपने घरों की खिड़कियां और दरवाजे बंद करके रखें, ताकि किसी तरह का जलता हुआ पटाखा घरों में ना प्रवेश कर सकें.किसी भी इमरजेंसी से बचने के लिए प्राथमिक चिकित्सा किट पास में अवश्य रखें, जिससे जलने और चोट की स्थिति में घायल की तुरंत प्राथमिक चिकित्सा की जा सके.अगर पटाखे से कोई व्यक्ति जल जाता है तो उसके शरीर के जले हुए हिस्से को बर्फ या ठंडे पानी से धोने के बाद प्राथमिक उपचार करें. यदि रोगी गंभीर रूप से जला है तो तुरंत नजदीक के अस्पताल ले जाएं.
आपाद प्रबंधन प्राधिकार ने जारी किए निर्देश
रांची जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने सुझाव और निर्देश जारी करने के साथ-साथ यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई भी इन बातों का उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.