जोधपुर/जयपुर, राजस्थान में आतंकी संगठनों से संभावित संबंधों की जांच के तहत एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई की। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के इनपुट के आधार पर राज्य के चार जिलों—जोधपुर, जालोर, करौली और जयपुर—में एक साथ छापेमारी की गई। इस दौरान पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें तीन मौलवी शामिल हैं। इन सभी को पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया गया है। अलग-अलग मदरसों से गिरफ्तार किए गए मौलवी एटीएस सूत्रों के अनुसार, जोधपुर के चौखा क्षेत्र स्थित अरेबिया मदरसा से मौलवी अयूब गफ्फार, जोधपुर के पीपाड़ मदरसे से मौलवी मसूद, और जालोर जिले के सांचौर मदरसे से मौलवी उस्मान को हिरासत में लिया गया है। मसूद और उस्मान सगे भाई बताए जा रहे हैं। इनसे कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और विदेशी संपर्कों से जुड़े रिकॉर्ड बरामद किए गए हैं। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर जब्ती की पुष्टि नहीं की गई है। अलसुबह छापेमारी से मचा हड़कंप स्थानीय सूत्रों के अनुसार, एटीएस की टीम सुबह करीब चार बजे सादी वर्दी में पहुंची थी। टीम ने पहले इलाके की रेकी की और फिर संदिग्धों के घरों पर दबिश दी। मौलवी अयूब गफ्फार को उनके घर से सोते हुए ही उठाया गया। परिजनों के अनुसार, टीम दस्तावेज और मोबाइल जब्त कर कमरे को सील कर गई। इस कार्रवाई के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। करौली में भी युवक हिरासत में करौली के ढोलीखार मोहल्ले से जुनैद नामक युवक को भी टीम ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस ने भी एटीएस का सहयोग किया, हालांकि पुलिस अधिकारी अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दे रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जांच एटीएस और एनआईए की टीमें अब संदिग्धों के बैंक खातों, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया गतिविधियों की गहन जांच कर रही हैं। प्रारंभिक पूछताछ में कुछ विदेशी नंबरों और कोड वर्ड्स से संबंधित दस्तावेज मिलने की बात सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि इन मौलवियों के किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन की फंडिंग नेटवर्क से जुड़े होने की संभावना है। एटीएस का बयान एटीएस के आईजी विकास कुमार ने बताया कि पांच संदिग्धों को अलग-अलग जगहों से राउंडअप किया गया है। इनसे पूछताछ जारी है और जल्द ही इस कार्रवाई से जुड़ा विस्तृत खुलासा किया जाएगा। राजस्थान में हुई इस ताज़ा कार्रवाई के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और संवेदनशील धार्मिक स्थलों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है।