जातिगत जनगणना के बगैर हम देश में नहीं ला सकते समानता – के राजू

रांची : जातिगत जनगणना कराने की लड़ाई में जीत का पहला पड़ाव हम पार कर चुके हैं। जातिगत जनगणना के कई पहलुओं के लिए अभी संघर्ष करना है।
उक्त विचार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी श्री के राजू संवाददाता सम्मेलन में व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मानती है कि जातिगत जनगणना के बगैर हम देश में समानता नहीं ला सकते। इससे हमें मालूम होगा कि किस समुदाय को कितना हक मिल रहा है और संसाधनों पर उनका कितना हक है। भाजपा जातिगत जनगणना की मांग को खारिज करती रही और इसके विरोध में देश में माहौल बना रही थी,प्रधानमंत्री ने जातिगत जनगणना की मांग करने वाले कांग्रेस नेताओं को अर्बन नक्सल कहा। जातिगत जनगणना की मांग के कारण राहुल गांधी को भाजपा ने लगातार हंसी का पात्र बनाया लेकिन कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी,मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में सरकार को मजबूर किया।जातिगत जनगणना की घोषणा करने हेतु जातिगत जनगणना का तेलंगाना मॉडल सरकार को अपनाना चाहिए जनगणना की समय सीमा तय करने के साथ-साथ सूचनाओं संख्याओं को सार्वजनिक करने का प्रावधान हो। जातिगत जनगणना एक ऐतिहासिक मोड़ है,यह राहुल गांधी की जीत है एसटी एससी ओबीसी के सामाजिक आर्थिक परिवर्तन का नया अध्याय इससे शुरू होगा। संविधान बचाओ अभियान के तहत हम प्रमुख मांगों को सामने रखेंगे 50% आरक्षण की सीमा को समाप्त करना पिछले 11 वर्ष में एसटी,एससी क्षेत्र में बजट के प्रावधान कम हुए हैं इन क्षेत्रों में संख्या के आधार पर विकास के लिए बजट तय हो जिस तरह आंध्र प्रदेश कर्नाटक राजस्थान की राज्य सरकारों ने किया।

कांग्रेस कार्य समिति सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल ने कहा मोदी सरकार सिर्फ जुबान से ही जातिगत जनगणना की विरोधी नहीं थी बल्कि सदन और न्यायालय तक में इन्होंने जातिगत जनगणना का विरोध किया,जातिगत जनगणना की बात करने पर हमें तालिबानी फौजी कहा गया। लगातार इस मुद्दे पर विरोध करने वाली मोदी सरकार ने हर बार की भांति अचानक यू टर्न लेकर यह फैसला किया है इस यू टर्न का कांग्रेस स्वागत करती है क्योंकि यह यू टर्न देश की जनता के मांगों के हित में है। जातिगत जनगणना में केवल जातियों की गिनती नहीं होनी चाहिए बल्कि यह सुनिश्चित होना चाहिए कि देश के संसाधनों पर उनका कितना हक है, न्यायपालिका, व्यापार,प्रशासन, कार्यपालिका,सरकार,मीडिया में क्या प्रतिनिधित्व है। यदि पूर्ण जानकारी सामने आएगी तभी उनके लिए योजनाएं बनाई जा सकती हैं उनके विकास का खाका खींचा जा सकता है। तेलंगाना के अनुभव को हम साझा करना चाहते हैं क्योंकि यह अनुभव देश की संपत्ति है अनुच्छेद 15 (5) को लागू करें। कांग्रेस ने अपने शासनकाल में असमानता को दूर करने का प्रयास किया और काफी हद तक हम इसमें सफल रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा की संविधान बचाओ रैली विजय सभा के रूप में होगी, राहुल जी के प्रयासों से कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की लड़ाई को जीतकर विजय पताका लहराया है।यह कांग्रेस के अनवरत संघर्ष का परिणाम है कि समाज को जीत मिली। जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी धरातल पर उतरेगी। प्रखंड से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक लगातार मांग करने,आंदोलन करने के कारण केंद्र सरकार को झुकना पड़ा और जातिगत जनगणना की घोषणा करनी पड़ी। समता मूलक समाज के निर्माण की दिशा में यह बहुत बड़ा कदम है। झारखंड सरकार ने भी जातिगत जनगणना की घोषणा की थी इसके लिए गठबंधन के मुखिय श्री हेमंत सोरेन बधाई के पात्र हैं।
संवाददाता सम्मेलन में झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी सीरीबेला प्रसाद,दीपिका पांडे सिंह,डॉ. इरफान अंसारी, श्री बंधु तिर्की, श्री सुबोधकांत सहाय,प्रदीप कुमार बालमुचू, राजेश ठाकुर,राकेश सिन्हा सतीश पौल मुजनी,सोनाल शांति भी उपस्थित थे।

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