रांची : भारतीय जनता पार्टी झारखंड के महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप वर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) में किए गए हालिया बदलाव केवल कर सुधार नहीं, बल्कि आर्थिक पारदर्शिता, सामाजिक न्याय और जनता के विश्वास की नई गाथा है। डॉ. वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में उठाया गया यह कदम “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के संकल्प को नई ऊंचाई देगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन सुधारों से छोटे व्यापारियों, किसानों, छात्रों और उद्यमियों को सीधा लाभ मिलेगा— छोटे व्यापारियों के लिए पंजीकरण, रिटर्न और कर निर्धारण की प्रक्रियाएँ बेहद सरल होंगी, जिससे छोटा कारोबार अब बड़ी ताकत बनेगा। शिक्षा क्षेत्र में जीएसटी छूट से छात्रों और अभिभावकों का आर्थिक बोझ घटेगा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अधिक सुलभ होगी। कृषि उपकरणों पर कर में रियायत किसानों के लिए बड़ी राहत है, जो झारखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देगी। उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे राज्य में नए उद्योग और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। डॉ. वर्मा ने कहा कि झारखंड जैसे विकासशील राज्य के लिए यह सुधार एक आर्थिक क्रांति साबित होगा। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार होगा और आत्मनिर्भर झारखंड की दिशा में ठोस कदम आगे बढ़ेगा। उन्होंने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी सरकारों ने दशकों तक जटिल और बोझिल कर व्यवस्था थोपकर न तो व्यापारियों को राहत दी, न ही आम जनता को कोई सुविधा। पुरानी सरकारें केवल टैक्स की राजनीति करती रहीं, जबकि आज मोदी सरकार कर को बोझ नहीं, बल्कि विकास का साधन बना रही है। डॉ. प्रदीप वर्मा ने कहा कि आज देश और झारखंड, दोनों मोदी सरकार की दूरदर्शी नीतियों का लाभ देख रहे हैं। जीएसटी सुधार इसका जीवंत प्रमाण है, जो विकास, विश्वास और आत्मनिर्भरता की राह को और मजबूत करेगा।”