पटना/नई दिल्लीः बिहार की लोकप्रिय लोक गायिका मैथिली ठाकुर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से उनकी हालिया मुलाकात की तस्वीरें और तावड़े के बयान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी की रहने वाली मैथिली ठाकुर इसी साल जुलाई में 25 वर्ष की हुई हैं, यानी अब वे चुनाव लड़ने के लिए पात्र हैं। तावड़े ने सोशल मीडिया पर मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा— “वर्ष 1995 में लालू राज आने पर जो परिवार बिहार छोड़कर चले गए, उस परिवार की बिटिया सुप्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर बदलते बिहार की रफ्तार को देखकर फिर से बिहार आना चाहती हैं। आज गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और मैंने उनसे आग्रह किया कि बिहार की जनता और विकास के लिए उनका योगदान अपेक्षित है। बिहार की बिटिया मैथिली ठाकुर जी को अनंत शुभकामनाएँ!” इस ट्वीट को भाजपा समर्थकों और राजनीतिक विश्लेषकों ने चुनाव मैदान में मैथिली की संभावित एंट्री का संकेत माना है। मैथिली ठाकुर का संगीत सफर 2011 में शुरू हुआ था, जब वे सिर्फ 11 साल की उम्र में जी टीवी के ‘सारेगामापा लिटिल चैंप्स’ में नजर आई थीं। इसके बाद उन्होंने लोक गीत, भजन और शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई। अब चर्चा इस बात की है कि अगर भाजपा मैथिली ठाकुर को टिकट देती है, तो वे किस सीट से चुनाव लड़ेंगी। चूंकि वे मधुबनी जिले के बेनीपट्टी की मूल निवासी हैं, इसलिए इस सीट का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। हालांकि, बेनीपट्टी से फिलहाल भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद नारायण झा विधायक हैं। झा जेपी आंदोलन (1977) से राजनीति में सक्रिय रहे हैं और इस समय उनकी उम्र 68 वर्ष है। वे दो बार विधायक और एक बार विधान पार्षद रह चुके हैं। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि यदि पार्टी विनोद नारायण झा का टिकट बरकरार रखती है, तो मैथिली ठाकुर के लिए अन्य सीट पर संभावनाओं का दरवाज़ा खुल सकता है। वहीं अगर भाजपा उन्हें बेनीपट्टी से मैदान में उतारती है, तो यह सीट इस बार राज्य की सबसे चर्चित विधानसभा सीटों में से एक बन सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मैथिली ठाकुर की लोकप्रियता और युवा चेहरा भाजपा को नए मतदाताओं को आकर्षित करने में मदद कर सकता है।