जमीन न देने पर अड़े ग्रामीण मुआवजा शिविर पर रैयतों का हमला, 10 अफसर-कर्मी घायल

बड़कागांव (हजारीबाग): हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड में एनटीपीसी के बादम कोल ब्लॉक के लिए मुआवजा राशि भुगतान शिविर में मंगलवार ने जमकर हिंसा भड़क गई। ग्रामीणों ने शिविर स्थल पर पत्थरबाजी की, जिसमें लगभग 10 लोग घायल हो गए। उन्होंने करीब 15 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर गया। झड़प में एनटीपीसी कोल माइंस के महाप्रबंधक एके सक्सेना समेत 7 अधिकारी और प्रशासन के दो अधिकारी तथा एक अमीन घायल हुए हैं।घायलों का प्राथमिक उपचार बड़कागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। गंभीर रूप से जख्मी लोगों के हजारीबाग के शेख भिखारी अस्पताल रेफर कर दिया गया है। घायलों में मोहम्मद बदरुद्दीन, सुरजीत ,मंजूनाथ, विशाल. हजारीबाग जिला भू अर्जन पदाधिकारी निर्भय कुमार, बड़कागांव अंचल अधिकारी मनोज कुमार एवं एक अमीन शामिल हैं।बड़कागांव का बादम अम्बाजीत कोल ब्लॉक एनटीपीसी को आवंटित किया गया है। इस कोल ब्लॉक में जिन ग्रामीणों और रैयतों की जमीन ली गई है, उनके लिए मुआवजा वितरण होना है। जिला भू-अर्जन विभाग ने इसके लिए 12 अगस्त को शिविर लगाया था। दूसरी तरफ ग्रामीण अपनी जमीन बचाने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलित हैं।ग्रामीणों ने मंगलवार को बड़कागांव अंचल कार्यालय को घेर लिया और शिविर रद्द करने की मांग की। ग्रामीणों ने प्रशासन और एनटीपीसी के अधिकारियों को अंचल कार्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शिविर स्थल को महुगाई कला पंचायत भवन में स्थानांतरित किया, लेकिन यहां भी ग्रामीणों ने तीव्र विरोध किया। विरोध के दौरान हालात बिगड़ गए और हिंसा में तब्दील हो गई। हजारीबाग के उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह और पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने मौके पर पहुंचकर मामले की समीक्षा की और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे। उनका दावा है कि उनके पूर्वज यहां 400 वर्षों से खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। ग्रामीण एनटीपीसी-आदानी-जेएसडब्ल्यू कोल ब्लॉक के खिलाफ लगातार आंदोलनरत हैं।

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