रांची। राजधानी रांची को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने की दिशा में रांची नगर निगम ने एक नई पहल की शुरुआत की है। एक अगस्त से ‘स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता – 2025’ की विधिवत शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य है — हर वार्ड को स्वच्छ रखना और आमजन में साफ-सफाई के प्रति गर्व और जिम्मेदारी की भावना विकसित करना। इस अभियान की शुरुआत उप नगर आयुक्त रविंद्र कुमार और गौतम प्रसाद साहू की उपस्थिति में हुई। प्रतियोगिता में रांची के सभी वार्ड शामिल हैं। हर वार्ड की सफाई व्यवस्था, नालियों की स्थिति, कचरा प्रबंधन, नागरिकों की भागीदारी और सफाईकर्मियों के कार्य के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई पर्यवेक्षक और क्षेत्रीय पर्यवेक्षक को सम्मान पत्र और पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। नगर निगम ने तय किया है कि हर वार्ड के ‘सूक्ष्म योजना पर्यवेक्षक’ को सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी दी जाएगी। हर सप्ताह इनकी कार्यप्रणाली की जांच की जाएगी। मूल्यांकन में साठ प्रतिशत अंक स्थल निरीक्षण के आधार पर और चालीस प्रतिशत अंक कर्तव्यनिष्ठा व कार्यप्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे। नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि सड़कों पर कूड़ा बिखरा न मिले, नालियां जाम न हों, और सफाईकर्मी काम करते समय आवश्यक सुरक्षा उपकरण — जैसे मास्क, दस्ताने और जूते — का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। नगर निगम ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस प्रतियोगिता को केवल नगर निगम का अभियान न समझें, बल्कि इसमें सक्रिय भागीदार बनें। अपने वार्ड को स्वच्छ रखने में सहयोग करें। यदि हर वार्ड स्वच्छ होगा, तभी पूरा शहर स्वच्छ बन पाएगा। *स्वच्छ वार्ड बनने के लिए आवश्यक बातें* * गीले कचरे की मात्रा में कम से कम दो प्रतिशत की कमी (दस प्रतिशत तक की कमी पर पूर्णांक) * गलियों व सार्वजनिक स्थानों पर अव्यवस्थित रूप से पड़ा कचरा न हो (अधिकतम दो स्थानों पर ही सहनीय) * नालियां साफ हों, उनमें कचरा जमा न हो * किसी भी प्रकार की सफाई से संबंधित शिकायत मिलने पर चौबीस घंटे के भीतर समाधान * सड़कें, चौराहे, गलियां और संपर्क मार्ग पूरी तरह साफ-सुथरे रहें * सफाईकर्मी पूरी सुरक्षा के साथ मास्क, दस्ताने और जूते पहनकर काम करें * झाड़ू व अन्य सफाई उपकरणों की स्थिति अच्छी हो और समय-समय पर रख-रखाव किया जाए इस अभियान से न सिर्फ रांची की तस्वीर बदलेगी, बल्कि स्वच्छता को लेकर लोगों की सोच और सहभागिता भी बदलेगी।