रांची। सूर्य उपासना का चार दिवसीय पावन पर्व छठ महापर्व की तैयारियां पूरे झारखंड में जोरों पर हैं। झीलों की नगरी रांची समेत राज्य के सभी जिलों में घाटों की सफाई और सजावट का काम तेजी से चल रहा है। बाजारों में पूजा सामग्रियों की खरीददारी को लेकर भारी भीड़ उमड़ रही है। इस वर्ष छठ महापर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर को नहाय-खाय से होगी। इसके साथ ही चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। अगले दिन खरना, तीसरे दिन शाम का अर्घ्य और चौथे दिन भोर का अर्घ्य देकर व्रती सूर्य देव को नमन करेंगे। रांची के बकरी बाजार, धुर्वा, चुटिया, अपर बाजार और हरमू जैसे इलाकों में छठ सामग्री की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ देखी जा रही है। सूप, दउरा, टोकरी और बांस की वस्तुएं सबसे ज्यादा बिक रही हैं। इस बार सूप की कीमत ₹100 से ₹150 तक और दउरा की कीमत ₹400 से ₹600 तक पहुंच गई है, जो पिछले साल की तुलना में 10–15% अधिक है। इन वस्तुओं को खूंटी, गुमला, लातेहार, सिमडेगा और हजारीबाग जिलों के ग्रामीण कारीगर तैयार कर बाजार पहुंचा रहे है । नगर निगम ने शहर के प्रमुख छठ घाटों जैसे कांके डैम, हटिया तालाब, धुर्वा डैम, रजरप्पा और हरमू नदी तट पर सफाई और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। वहीं प्रशासन ने भी सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की रूपरेखा तैयार कर ली है। घाटों पर जल सुरक्षा दल, पार्किंग व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण बल तैनात किए जाएंगे। रांची में हर घर में छठ गीतों की गूंज सुनाई दे रही है और बाजारों की रौनक इस बात का संकेत दे रही है कि झारखंड की धरती एक बार फिर आस्था, श्रद्धा और पारंपरिक संस्कारों से जगमगाने को तैयार है।