प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार ने अररिया में एक चुनवी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस सहित महागठबंधन के सभी राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष वोटभक्ति की राजनीति कर रहा है, साथ ही सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को जनता के बीच इस बारे में चर्चा करने और सेना के पराक्रम पर सवाल पूछने की भी चुनौती दी. चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि ‘आज देश में एक तरफ वोटभक्ति की राजनीति चल रही है और दूसरी तरफ राष्ट्रभक्ति की। उन्होंने कहा कि देशभक्ति जब प्रेरणा देती है तो सबका ‘साथ-सबका विकास’ सरकार का मंत्र बन जाता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि 26/11 को मुंबई में आतंकियों ने हमला किया तो तब की कांग्रेस सरकार ने सेना को जवाब देने की इजाजत नहीं दी थी क्योंकि उन्हें वोटबैंक की राजनीति करनी थी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘कांग्रेस ने पाकिस्तान से आये आतंकियों को जवाब देने की बजाए हिंदुओं के साथ आतंकी शब्द चिपकाने की साजिश रची और योजना बनाकर जांच की पूरी दिशा बदल दी’.
प्रधानमंत्री ने कि जो लोग उछल-उछलकर इन विषयों पर जवाब मांग रहे थे, सबूत मांग रहे थे, दो चरणों के चुनाव के बाद उनके चेहरे लटक गए हैं. महागठबंधन एवं कुछ नेताओं पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि जब सत्ता भोग औऱ परिवार का विकास ही लक्ष्य हो जाता है, तो कलह ही दिखाई देता है. बिहार में तो यह साफ दिखाई दे रहा है. लालू प्रसाद की पार्टी राजद पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस पार्टी ने लगातार 15 वर्षों तक कानून-व्यवस्था को ठेंगा दिखाया, उसके नेता आज बेशर्मी के साथ संविधान बचाने की बात कर रहे हैं। ऐसे लोगों को बिहार कि जनता माफ़ नहीं करेगी.