नयी दिल्ली : केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने लाल किला विस्फोट मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) को सौंप दी है अब तक दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा इसकी जांच कर रही थी।केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर मंगलवार को हुई एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया।सोमवार शाम लाल किले के निकट एक कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट में 10 लोगों की मौत हो गई और करीब 20 घायल हुए हैं। इस केस में अब तक कई अहम गिरफ्तारियां हुई हैं। हरियाणा के फरीदाबाद से डॉ. शाहीन शाहिद नामक महिला को पकड़ा गया है, जो भारत में जैश की महिला शाखा ‘जमात-उल-मोमिनात’ की हेड बताई जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उमर के दोस्त डॉ. सज्जाद को भी हिरासत में लिया है, जिसकी एक दिन पहले ही शादी हुई थी। धमाके से कुछ घंटे पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में आतंकी मॉड्यूल से जुड़े आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 2,900 किलो विस्फोटक, एक असॉल्ट राइफल और एक एके-47 बरामद हुई थी। माना जा रहा है कि तीन डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद उमर ने यह आत्मघाती हमला किया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, ब्लास्ट से पहले उमर करीब तीन घंटे तक कार में बैठा रहा, वह बाहर नहीं निकला। शक है कि वह किसी निर्देश का इंतजार कर रहा था। शाम होते ही कार ट्रैफिक सिग्नल के पास पहुंची और धमाका हो गया। NIA अब इस धमाके के पीछे के नेटवर्क, फंडिंग और अंतरराज्यीय कनेक्शन की जांच में जुटी है।