नयी दिल्ली : सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने चार साल में भारत में 17.5 अरब डॉलर (लगभग 1,573 अरब रुपये) के निवेश की घोषणा की है जो एशिया में कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। कंपनी ने यह घोषणा यहां मंगलवार को विभिन्न वैश्विक कंपनियों के प्रमुखों से यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बाद की। मुलाकात करने वालों में माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी सत्य नडेला भी थे। प्रधानमंत्री ने इस घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे देश के युवाओं को नवाचार का अवसर मिलेगा। श्री सत्य नडेला ने श्री मोदी के साथ मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “देश की आकांक्षा का समर्थन करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट 17.5 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह एशिया में हमारा अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा।” कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि यह निवेश 2026 से 2029 के बीच किया जायेगा। इससे पहले जनवरी 2025 में उसने भारत में पांच अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। कंपनी ने साल 2030 तक देश में दो करोड़ लोगों के कौशल विकास की प्रतिबद्धता जतायी है जो जनवरी की घोषणा के मुकाबले दो गुना है। उसने बताया कि उसका नया डाटा सेंटर अगले साल के मध्य तक ऑपरेशनल हो जायेगा। इसके अलावा वह ई-श्रम और नेशनल करियर सर्विस प्लेटफॉर्म से माइक्रोसॉफ्ट एआई को जोड़ेगी जिससे अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले 31 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।