पटना : बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। राज्य में सत्ता और विपक्ष के बीच तकरार के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधा है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा बनाए गए आयोगों और बोर्डों में नियमों और निष्पक्षता को ताक पर रखकर, सिर्फ सत्ताधारी नेताओं और अफसरों के रिश्तेदारों को तैनात किया जा रहा है। तेजस्वी ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि, “मुख्यमंत्री ने पहले ‘जमाई आयोग’ बनाया, अब लगता है ‘जीजा आयोग’ और ‘मेहरारू आयोग’ भी गठित हो चुका है।” इस बयान के बाद बिहार की सियासी सरगर्मी और बढ़ गई है, और एक बार फिर नीतीश बनाम तेजस्वी की जंग चर्चा में है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया पर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, जमाई आयोग बनाने के बाद PM और CM को अब ‘जीजा आयोग’ भी बनवा देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री के जीजा, बिहार सरकार के मंत्री के जीजा, सांसद के पति इत्यादि अनेक लोग 2,60,000₹ लाख सैलरी प्रतिमाह पाने के लिए आयोगों में ठूंसे जा रहे है। मुख्यमंत्री की अचेत अवस्था ‘भूंजा पार्टी’ के लिए ईश्वरीय उपहार बन चुकी है। चिराग पासवान के जीजा बने हैं, संतोष मांझी के जीजा बने हैं, और एक सांसद के पति बने हैं अब तो मेहरारू आयोग का भी गठन कर ही दीजिए। इस तंज के जरिए तेजस्वी ने सरकार पर भाई-भतीजावाद और रिश्तेदारों को पद बांटने का आरोप लगाया है।