रघुवर दास ने दुमका स्थित वासुकिनाथधाम में श्रावणी मेला का शुभारंभ किया।

यह भगवान शिव का आशीर्वाद ही तो है कि विगत साढ़े चार साल से झारखण्ड विकास कर रहा है। आज श्रावणी मेला का शुभारंभ करते हुए मैं महादेव से याचना करता हूं कि वे राज्य के लोगों की आकांक्षाओं और आशाओं को पूर्ण करें। यह सिर्फ श्रावणी मेला ही नहीं बल्कि मेलजोल का माध्यम भी है क्योंकि मेला मिठास से भरा होता है। मेला जैसे आयोजन से हम श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को यथार्थ में परिवर्तित कर सकते हैं। एक बार पुनः बासुकीनाथ धाम में श्रद्धालुओं का मैं कर जोड़ अभिनंदन करता हूं। ये बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने दुमका स्थित वासुकिनाथधाम में श्रावणी मेला के उद्घाटन समारोह में कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार संथालपरगना के पर्यटन स्थल के सौंदर्यीकरण हेतु कार्य कर रही है। देवघर में एयरपोर्ट, एम्स का निर्माण कार्य हो रहा है। 20 करोड़ की प्रसाद योजना दुमका को मिलेगा। यह केंद्र सरकार को प्रस्तावित है। शिवगंगा के सौंदर्यीकरण की पहल हो चुकी है। जल्द इसके जीर्णोद्धार का कार्य होगा। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से तारापीठ-मयूराक्षी-वासुकिनाथधाम-देवघर को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुमका और देवघर श्रावणी मेला में स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित करे इस दिशा में कार्य करना है। इस पवित्र स्थल को स्वच्छ रखना सिर्फ सरकार की जिम्मेवारी नहीं, बल्कि सभी की है। वासुकिनाथधाम में दुकानदार इस कार्य मे सहयोग करें। अन्यथा उनपर दंड का प्रावधान सुनिश्चित किया जाएगा। आपको यह समझने की जरूरत है कि जब श्रद्धालु यहां से जाएं तो स्वच्छता की तारीफ अवश्य करें ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजना के तहत झारखंड राज्य के 35 लाख किसानों के बीच 5 हजार करोड़ रुपए का वितरण होगा। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत राज्य के किसानों को दो क़िस्त में 3 हजार करोड़ रुपये योजना के तहत वितरित करना है। अगस्त माह और दुर्गा पूजा के समय किसानों को मिलने वाली यह किस्त उन्हें कृषि कार्य मे सहयोग करेगा। दुमका में स्मार्ट एग्रो फार्म का शुभारंभ होना शुभ संकेत है। अब किसान बहुफसलीय खेती की बारीकियों से अवगत हो सकेंगे, इससे ग्रामीण पलायन रोकने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को मिल रही राशि को लेकर कुछ लोग किसानों के बीच भ्रम फैला रहें हैं। संथालपरगना के सभी जिला के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ऐसे तत्वों की पहचान कर विकास विरोधी शक्तियों को जेल भेजें। ये किसानों का बदलाव नहीं चाहते। भ्रम फैलाने वाले यह समझ लें कि जो राज्य के विकास कार्य में अवरोध उत्पन्न करेगा उसे जेल भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संथाल परगना के गरीब के जीवन मे बदलाव लाना मेरी प्राथमिकता है। संथाल की संस्कृति यहां की पहचान है। इस संस्कृति को नष्ट करने का कार्य विदेशी शक्तियां कर रहीं हैं। यह संथालवासियों कि जिम्मेवारी है कि वे अपनी संस्कृति को सहेजने के लिए क्या जतन करते हैं। यह जिम्मेवारी पढ़े लिखे संथाल युवाओं की है।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने किसानों को स्मार्ट फोन, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, बिरसा आवास योजना, पम्प सेट वितरण योजना, मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, श्रम मान धन योजना, कौशल विकास के तहत नियुक्ति पत्र, JSLPS के तहत बकरी पालन की योजनाओं से लाभान्वित किया।

इस अवसर पर मंत्री, महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण डॉ लुइस मराण्डी, मंत्री, पर्यटन श्री अमर कुमार बाउरी, मंत्री श्रम, प्रशिक्षण एवं नियोजन श्री राज पलिवार, मंत्री कृषि पशुपालन एवं सहकारिता श्री रणधीर सिंह, सचिव पर्यटन श्री राहुल शर्मा, प्रमंडलीय आयुक्त श्री विमल कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक संथालपरगना श्री राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त दुमका श्रीमती बी राजेश्वरी, पुलिस अधीक्षक दुमका श्री वाई एस रमेश व बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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