रांची- बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष जीतराम मुंडा की हत्या की गुत्थी रांची पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में पुलिस ने आधा दर्जन अपराधियों को हिरासत में लिया था। इसमें शूटर के अलावा रामपाल नामक अपराधी भी शामिल है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने मीडिया बताया कि रामपाल ने ही शूटर को भागने में मदद की थी। हिरासत में लिए गए लोगों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही थी। जिसके बाद , स्पेशल टीम के साथ तकनीकी सेल मनोज मुंडा के ठिकाने तक पहुंचाने में अभी तक रांची पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी है।
पेशेवर अपराधी है शूटर देवेंद्र उर्फ डब्लू, बार-बार बदल रहा नाम
रांची पुलिस के हत्थे चढ़े शूटर देवेंद्र उर्फ डब्लू मूलरूप से उत्तरप्रदेश के गाजीपुर का ही रहने वाला है। पुलिस को चकमा देने के लिए पहले खुद को देवेंद्र मुंडा बताता था जबकि उसका असली नाम डब्लू यादव है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के अनुसार डब्लू पेशेवर अपराधी है। डब्लू पर उत्तरप्रदेश में हत्या सहित कई अन्य मामले दर्ज हैं। पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर रांची के मनोज मुंडा एवं उत्तरप्रदेश के डब्लू यादव की मुलाकात कैसे हुई। साथ ही, जीतराम मुंडा की हत्या के लिए मनोज और डब्लू में क्या डील हुई थी। इधर, पूछताछ में डब्लू सिर्फ यही बता रहा है कि हत्या की पूरी योजना मनोज मुंडा ने ही बनायी थी।फिलहाल दोनो अपराधियो को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दी है।