रांची- मुलाकात के दौरान उन्होंने भारत स्काउट एंड गाइड की तरफ से उन्हें मोमेंटो एवं स्कार्फ़ दे कर सम्मानित किया। वही उन्होंने चंदनकियारी में बनने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज को स्थापित करने के लिए एक ज्ञापन भी दिया। मौके पर उन्होंने बताया कि चंदनकियारी में इंजीनियरिंग कॉलेज बन जाने से चंदनकियारी के छात्र एवं छात्राओं का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने बताया कि चंदनकियारी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्र है। चंदनकियारी प्रखंड के बरमसिया में विगत सरकार द्वारा प्रोफेशनल कॉलेज के रूप में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की अनुमति मंत्रिमंडल के निर्णय के द्वारा दिया गया था। इस इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण भारत सरकार के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी मंत्रालय के आरयूएसए के अंतर्गत होना था। जिसके लिए राशि का भी आवंटन कर दिया गया था। इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन के निर्माण के लिए भवन निर्माण विभाग, झारखंड ने वर्ष 2019 के जुलाई महीने में संविदा की पूरी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए संवेदक को कार्यादेश भी जारी कर दिया था, लेकिन आम चुनाव की घोषणा हो जाने के कारण दुर्भाग्यवश कॉलेज के भवन निर्माण का कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से विभिन्न माध्य्मों से आग्रह किया गया है कि दलित आरक्षित क्षेत्र चंदनकियारी में बनने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज के पिछले सरकार के फैसले को निरस्त न करें और इस पर पुनर्विचार कर फैसले पर अपनी स्वीकृति प्रदान करें। लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार का कोई भी फैसला मुख्यमंत्री के स्तर पर नहीं लिया गया है।ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि वे राज्य सरकार के मुखिया को वे अपने माध्यम से सूचित करने का कष्ट करें कि वे अपना अलोकतांत्रिक निर्णय को वापस लेते हुए चंदनकियारी में इंजीनियरिंग कॉलेज को स्थापित होने दें। जिससे चंदनकियारी जैसे दलित बहुल एवं पिछड़े क्षेत्र के विकास की एक नई दिशा खुल सके।