17 जुलाई से 15 अगस्त तक चलनेवाले श्रावणी मेले को श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाने की तैयारियों में राज्य सरकार जुट गई है। मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने मेले की तैयारियों से जुड़े सभी विभागों के सचिवों को निर्देश दिया है कि वे जून माह के भीतर देवघर जाकर मौके पर तैयारियों की समीक्षा करें। श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर मेला में जो भी जरूरी कार्य लगे, उसके सफल क्रियान्वयन की व्यवस्था करें। उन्होंने मेला में विभिन्न कार्यों के लिए प्रतिनियोजित होनेवाले अधिकारियों और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति समय रहते करने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव झारखंड मंत्रालय में श्रावणी मेले को भव्य बनाने की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि बताते हुए निर्देश दिया है कि ऐसी व्यवस्था करें कि श्रद्धालु अपने साथ एक सुखद अनुभूति लेकर लौटे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु ही हमारे असली ब्रांड एम्बेस्डर होंगे। इस अवसर पर देवघर और दुमका के उपायुक्तों ने श्रावणी मेले की तैयारियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया। वहीं दोनों जिलों के आरक्षी अधीक्षकों ने भी कानून व्यवस्था से जुड़े मसलों पर अपनी तैयारियों की रूपरेखा से अवगत कराया।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल, डीजीपी कमल नयन चौबे, ऊर्जा सचिव वंदना डाडेल, नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह, पर्यटन सचिव राहुल शर्मा, पथ निर्माण सचिव केके सोन, पेजल एवं स्वच्छता सचिव आराधना पटनायक, भवन निर्माण सचिव सुनील कुमार, एडीजी पीआरके नायडु, एडीजी मुरारीलाल मीणा, एडीजी तदाशा मिश्रा आदि शामिल थे।