जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला को ईडी ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा है.
जांच एजेंसी ने मंगलवार (13 फरवरी) को पूछताछ के लिए उपस्थित रहने के लिए कहा गया है. उन्हें धन-शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत समन भेजा गया है. ईडी ने 2022 में इस मामले में आरोप पत्र दायर किया था.
आरोप पत्र में कहा गया है कि फारूक अब्दुल्ला ने अध्यक्ष रहने के दौरान जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों और दूसरे लोगों के खेल के विकास के नाम पर मिले फंड को डायवर्ट कर उन्हे निजी फायदे के लिए इस्तेमाल किया. इस फंड को कई प्राइवेट बैंक अकाउंट और करीबियों को भेजा गया. बाद में फंड की आपस में बंदरबांट की गई.
ईडी ने 2018 में इस मामले में सीबीआई की चार्जशीट को आधार बनाकर पीएमएलए की जांच शुरू की थी. बीसीसीआई की तरफ से 112 करोड़ रुपये एसोसिएशन को दिए गए थे. आरोप है कि उसमें से 43.6 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. कथित घोटाला फारूख अबदुल्ला के 2001 से 2012 के बीच जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहने के दौरान हुआ.
लोकसभा में श्रीनगर का प्रतिनिधित्व करने वाले 86 वर्षीय फारूक अबदुल्ला को पिछले महीने भी जांच एजेंसी की ओर से इसी मामले में तलब किया गया था. उस समय वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर श्रीनगर स्थित ईडी के कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए थे.
फारूक अब्दुल्ला झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बाद नवीनतम विपक्षी नेता हैं, जिन्हें लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पूछताछ के लिए बुलाया गया है. हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जा चुका है.