पटना, 9 जुलाई। बिहार में युवाओं को नौकरी देने के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने सरकार को घेरते हुए पूछा है कि महागठबंधन के सरकार बने 10 महीने गुजर गए लेकिन 20 लाख लोगों के नौकरी देने के वादे का क्या हुआ?
प्रदेश कार्यालय में रविवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि राजद ने चुनावी घोषणा पत्र में पहली कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया था। तेजस्वी यादव ने भी सभी चुनावी सभाओं में पहले हस्ताक्षर से यह नौकरी देने का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने लिए रोजगार तो ढूंढ लिया लेकिन प्रदेश के युवाओं से वादाखिलाफी कर दी। उन्होंने कहा कि 10 महीने में 20 से ज्यादा कैबिनेट की बैठकें हो गई लेकिन अब तक 10 लाख लोगों के नौकरी देने का वादा पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी 15 अगस्त के वादों को याद दिलाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने तो 20 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ।
भाजपा के विधायक नितिन नवीन ने आगे कहा कि भाजपा युवाओं को नौकरी और शिक्षकों की समस्या के मुद्दे के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि बिहार में जिन नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मियों का दर्जा नहीं मिल रहा उसी अहर्ता पर दूसरे राज्यों में शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा प्राप्त है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि जिस बिहार लोक सेवा आयोग से गुणवत्ता के मुद्दे पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा लिया जाना था, उसमे इतनी क्षमता ही नहीं कि दो लाख लोगों के लिए परीक्षा आयोजित कर सके, तभी तो बीपीएससी का वेब साइट क्रश कर गया।
उन्होंने नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी 13 जुलाई तक 20 लाख नौकरी का रोडमैप बताए नहीं तो भाजपा इस मुद्दे को लेकर सड़क सर सदन तक आपकी सरकार को घेरेगी।
उन्होंने दोहराया कि भाजपा युवाओं को नौकरी और शिक्षकों के मुद्दे के साथ खड़ी है और 13 जुलाई को इन्हीं मुद्दे को लेकर राज्य के कोने कोने से लोग पटना पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नीतीश कुमार को इस मामले को भटकाने और लटकाने नहीं दे
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभू प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट एवं विधान पार्षद जीवन कुमार जी उपस्थित थे