बिहार के नक्सली प्रेशर माइंस से विस्फोटकों कर रहे हैं। सुरक्षाबलों के खिलाफ नक्सलियों के इस नए हथियार का तोड़ निकालने में बिहार पुलिस जुट गई है। प्रेशर माइंस को ढूंढने और उसे नष्ट करने के लिए उसने केन्द्रीय एजेंसी से मदद का अनुरोध किया है। नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड ने सहयोग का आश्वासन भी दिया है। पुलिस को ट्रेनिंग देने की जल्द ही बातचीत शुरु होगी।
नक्सलियों के लिए लैंडमाइंस सबसे कारगर हथियार रहा है, पर पिछले कुछ समय से वे प्रेशर माइंस का इस्तेमाल करने लगे हैं। बता दें कि नक्सलियों ने अपने प्रभाव वाले इलाकों में बड़ी संख्या में प्रेशर माइंस लगाए हैं। तीन मई को ही औरंगाबाद के लंगुराही में प्रेशर माइंस से विस्फोट किया गया था।
दरअसल यह एक ऐसा विस्फोटक है जो दबाव की तकनीक पर आधारित है। धमाके के लिए दो तरकीब इस्तेमाल किये जाते हैं। वजन से यह ब्लास्ट करता या फिर वजन हटते ही इसमें धमाका होता है। लैंडमाइंस के मुकाबले प्रेशर माइंस ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं। यह हल्का व छोटा होने के चलते आसानी से छुपाया और लगाया जा सकता है।