विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन हंगामे के बीच, 4981 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश

रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन की शुरूआत हंगामेदार रही। झारखंड स्टाफ सर्विस कमीशन कॉमन ग्रेजुएट लेवल एग्जाम 2023 (जेएसएससी-सीजीएल 2023)
के पेपर लीक के मुद्दे पर सदन शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर ओरांव द्वारा 4,981 करोड़ रुपये का तीसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया। पिछले महीने हुए प्रश्नपत्र लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर परचे दिखाते हुए विपक्षी भाजपा विधायक और आजसू के विधायक लंबोदर महतो पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 28 जनवरी को आयोजित परीक्षा शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था।

राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है।

झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। छात्र सड़क पर उतर गये हैं। जेएसएससी-सीजीएल 2023 के प्रश्न पत्र लाखों? रुपये में बिके हैं। सरकार को इसकी सीबीआई से जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की एसआइटी से जांच कराने की घोषणा आंखों में धूल झोंकने की है। अपने ही विभाग के कनीय अधिकारी अपने सीनियर अधिकारी के खिलाफ क्या जांच करेंगे। वहीं, प्रदीप यादव ने कहा कि जेएसएससी-सीजीएल 2023 का पेपर लीक होना गंभीर मामला है। साथ ही उन्होंने अन्य राज्यों में प्रश्न पत्र लीक होने का मामला भी जोड़ दिया। प्रदीप यादव ने कहा कि सिर्फ झारखंड में ही प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जेएसएससी-सीजीएल 2023 का प्रश्नपत्र लीक हुआ है, यह सचमुच गंभीर मामला है। लेकिन, अब तक 43 प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में बुलडोजर बाबा के राज में उत्तर प्रदेश में पुलिस बहाली की परीक्षा का भी प्रश्न पत्र लीक हुआ था। ने कहा कि सिर्फ झारखंड के पेपर लीक के मामले की ही नहीं, देश में जहां-जहां प्रश्न पत्र लीक हुए हैं, सभी की जांच होनी चाहिए। इससे पहले, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने हंगामा कर रहे विधायकों से अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह करते हुए कहा कि सत्र के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, लेकिन विधायक विरोध करते रहे।

इसके बाद विधानसभा के पिछले सत्र से वर्तमान सत्र तक के दौरान जितने लोगों का निधन हुआ है, उनको श्रद्धांजलि देने के लिए स्पीकर ने सदन में शोक प्रस्ताव पेश किया। दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सदन में शोक प्रस्ताव के दौरान सदन में शांति बनी रही। शोक प्रकाश के बाद जब सदन का कामकाज शुरू हुआ, तो फिर से विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने 4,981 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। और शोक प्रकाश के बाद स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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