झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव विपक्ष महागठबंधन बनाकर लड़ेगा। चार प्रमुख विपक्षी दलों के साथ वामदलों ने भी महागठबंधन में मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। 31 जुलाई तक साफ हो जाएगा कि कौन दल कितने सीटों पर लड़ेगा। कल झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांग्रेस, राजद, झाविमो और वामदलों के नेता शामिल हुए थे।
सीटों के बंटवारे में पहली शर्त यह रखी गई है कि 2014 में जिस पार्टी ने जिस विधानसभा से जीत हासिल की है, वे सीटें उसी पार्टी के पास रहेगी। दूसरे स्थान पर रहने वाले पार्टियों वाली सीटों को लेकर सभी दल एक बार फिर बैठक करेंगे। शेष बची सीटों पर हकीकत को ध्यान में रखते हुए सभी दल सीट बंटवारे पर निर्णय लेंगे। बैठक में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के अलावा केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह व पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह चेरो, झाविमो के केंद्रीय सचिव सरोज कुमार सिंह, मासस के विधायक अरूप चटर्जी शामिल हुए।