लेह-लद्दाख से 208 श्रमिक होंगे एयरलिफ्ट-हेमन्त सोरेन
रांची- झारखंड सरकार ने लेह-लद्दाख में फँसे झारखंड के 208 प्रवासी श्रमिकों को झारखंड वापस लाने का फैसला किया है।मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रयास से लेह के नुब्रा घाटी, चुनुथु घाटी, विजययक एवं हिमांक परियोजना कार्य में लगे संताल परगना के 208 श्रमिक हवाई जहाज से झारखंड लाये जाएँगे। श्रमिकों को दो बार में झारखंड वापस लाया जाएगा। राज्य सरकार लेह से श्रमिकों के दूसरे और तीसरे समूह को सोमवार सुबह 10 बजे एवं मंगलवार शाम 7:40 बजे एयरलिफ्ट कर रांची लायेगी, इसको लेकर पूरी तैयारी हो चुकी है। 115 श्रमिक सोमवार एवं मंगलवार को तथा शुक्रवार व शनिवार को 93 श्रमिकों को एयरलिफ्ट करने की योजना पर सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री के प्रयास से इससे पूर्व 60 श्रमिकों के समूह को लेह से एयरलिफ्ट कर झारखण्ड लाया जा चुका है। इस तरह लेह में फंसे करीब 268 श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर सरकार वापस लाने में सफल होगी। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को वापस लाने में सहयोग के लिए स्थानीय डीआईवाई आयुक्त लद्दाख, बीआरओ के अधिकारी, स्पाइस जेट, इंडिगो और एयर एशिया, उद्योग घरानों और कुछ स्थानीय गैर सरकारी संगठन को धन्यवाद दिया है, जिनके सामुहिक प्रयास से श्रमिक सुदूरवर्ती क्षेत्र से वापस अपने घर लौटने की उम्मीद को साकार होता देख रहें हैं। सरकार की कदम वाक़ई सराहनीय है।