रांची. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झारखंड के लोहरदगा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक मोदी है, तब तक आपकी जमीन, जंगल और परिवार को कोई पंजा हाथ नहीं लगा पाएगा। विपक्ष अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर डालने की तैयारी कर ली है। चौथे चरण में झारखंड का पहला चुनाव 29 अप्रैल को लोहरदगा, चतरा और पलामू में होना है। ये तीनों सीटें 2014 के चुनाव में भाजपा ने जीती थी। लोहरदगा से केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत भाजपा के तरफ से प्रत्याशी हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी विधायक सुखदेव भगत से है।
मोदी ने
कहा, देश की
जनता अपने चौकीदार के साथ है और बेचारी ईवीएम को गाली खानी पड़ रही है। पीएम बनने
का सपने देखने वालों का सपना चूर-चूर हो गया। हम देश को मजबूत बनाने की कोशिश कर
रहे हैं। केन्द्र में मजबूत सरकार बनी तभी हम नक्सलवाद और माओवाद पर काबू पा सके
हैं। झारखंड की स्थितियां बदल रही हैं।
मोदी ने कहा, ”झारखंड के युवा समाज के मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। दिल्ली में बैठे लोगों को इस परिवर्तन को देखना चाहिए। आज आतंकवाद हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। ईस्टर के दिन आतंकियों ने श्रीलंका में धमाके किए और प्रार्थना कर रहे लोगों की जान ले ली। कुछ साल पहले भारत में भी ऐसा ही माहौल था। पाक आतंकी भेजता था और कांग्रेस उनकी मौत पर डर कर आंसू बहाने लगती थी। पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने का काम आपके इस चौकीदार ने किया है। हमने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा।
मोदी ने
कहा, विपक्ष
कभी नहीं मानेंगे कि पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक हुई। कांग्रेस अपनी सेना पर ही शक
कर रही है। झारखंड के भी बेटे-बेटियां फौज में गए हैं, उनकी नीयत पर शक किया जा सकता
है क्या? लेकिन
कांग्रेस इस पर भी शक कर रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि जिन्हें
दो वक्त की रोटी नसीब नहीं होती वे ही फौज में जाते हैं। ऐसी सोच रखने वालो डूब मरना
चाहिए। कांग्रेस क्या भाषा बोल रही है। देश का सपूत दुश्मन को मारने और जरूरत
पड़ने पर सीने पर गोली खाने के लिए मां का आशीर्वाद लेकर घर से निकलता है।
“कांग्रेस जब भी सरकार में आती है। देश में नक्सलियों का समर्थन और हिंसा बढ़ जाती है। कांग्रेस सिर्फ एक परिवार की तारीफ करते हैं और एक परिवार के लिए सरकार चलाती है। कांग्रेस ने गरीबों को हमेशा सिर्फ वोट बैंक के रुप में इस्तेमाल किया।”
मोदी ने कहा, हमारी नीयत नेक है, इसलिए नीति साफ है। दूसरी तरफ हम देखें तो कांग्रेस के पास सिर्फ वंशवाद है और इनहें कभी भगवान बिरसा मुंडा, बाबासाहेब अंबेडकर और कभी सरदार पटेल नहीं दिखे।