पटना: नए संसद भवन के उद्घाटन पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तल्ख़ लहजे में ऐतराज व्यक्त किया है । उन्होंने कहा है कि नए संसद भवन के नाम पर देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है । इतिहास को बदलने की तैयारी हो रही है । वीर सावरकर इनको वीर कहा जा रहा है । जिन्होंने 5 बार अंग्रेजों से माफी मांगा । ₹65 अंग्रेजों के पेंशन लिए । आज वीर सावरकर के जन्मदिन के नाम पर नए संसद भवन के ये नए अवतार हैं । अब तक देश के अंदर आजादी के बाद हिंदी भाषी प्रदेश को जोड़ा जाएगा तो 2416 हिंदू मंदिर को तोड़ने का माथे पर कलंक लेने वाले प्रधानमंत्री ने सेंट्रल हॉल के भूमिका को खत्म कर दिया सेंट्रल हॉल पार्लियामेंट के अंदर नहीं रहेगा । क्योंकि उसमें पंडित नेहरू को याद किया जाता है । भीमराव अंबेडकर को याद किया जाता है । केवल मोदी का इतिहास रहे इसलिए नए पार्लियामेंट में सेंट्रल हॉल की भूमिका को नकार दिया गया । अब तो न्यायपालिक का भी आप दायित्व ले रहे हैं । क्या दंड देने का प्रावधान है ? क्या राजदंड की स्थापना किस बात की हो रही है । पूरे तौर पर यह बताता है संवैधानिक व्यवस्था को तहस नहस करना और देश के अंदर अघोषित तानाशाही लागू करना ,मोदी इतिहास लागू करना । यह एकमात्र विकृत मानसिकता का प्रकटीकरण है ।