रामविलास और लालू की राजनीतिक पैठ दाव पर

लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में बिहार की पांच सीटों पर 6 मई को मतदान होना है। इनमें मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सारण और हाजीपुर में मतदान होना है, लेकिन बिहार की राजनीति में रुचि रखने वाले लोगों की नजर मुख्य रूप से इस चरण की दो ही सीटें सारण और हाजीपुर पर रहेगी। ये दोनों सीटें बिहार की राजनीति के केन्द्रबिन्दू रहे लालू प्रसाद और रामविलास पासवान की राजनीतिक पैठ तय करेंगी। 

सारण और हाजीपुर संसदीय क्षेत्र की जनता इन दोनों दिग्गजों को बतौर उम्मीदवार अपना समर्थन देती रही है। परन्तु अब देखना दिलचस्प होगा कि बतौर उम्मीदवार इनकी अनुपस्थिति में वोटरों का मिजाज इनसे जुड़ पाता है या नहीं।  दोनों ने अपनी-अपनी सीट से अपने-अपने सगे-संबंधी को मैदान में उतारा है। हालांकि इसके पहले लालू प्रसाद सारण में वोटरों का मिजाज जान चुके हैं। गत चुनाव में उन्होंने पूर्व सीएम राबड़ी देवी को सारण सीट से उतारा, पर वह चुनाव हार गईं थी। इस बार लालू प्रसाद ने अपने समधी चन्द्रिका राय को इस सीट से राजद का उम्मीदवार बनाया है। उधर हाजीपुर की बात की जाए तो राम विलास पासवान ने अपने छोटे भाई और अपनी पार्टी लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को मैदान में उतारा है। हाजीपुर में यह देखना दिलचस्प होगा कि रामविलास पासवान का सिक्का हाजीपुर में अब भी बरकरार है या उनके हटने पर परिस्थितियां बदली हैं। 

देखना दिलचस्प होगा कि जनता सिर्फ इन दोनों की चाहती रही है या उनके प्रतिनिधियों को भी माथे से लगाती है।

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