भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए लोग मथुरा और वृंदावन जाना पसंद करते हैं, लेकिन उनकी कुछ अलग तरह की प्रतिमा देखनी हो, तो झारखंड के गढ़वा का रुख कीजिए। यहां दो सौ साल पुराने बंशीधर मंदिर में 32 मन ठोस सोने की प्रतिमा है, जो अपने आप में अद्वितीय और अलौकिक है। इस मंदिर को नगर उंटारी की राजमाता शिवमानी कुंवर ने बनवाई थीं। लगभग 200 साल पहले यहां वसंत पंचमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की गयी थी।
स्थानीय लोगों की माने तो नगर उंटारी की राजमाता शिवमानी कुंवर को भगवान कृष्ण का सपना आया था। जिसके बाद पास के एक पहाड़ की खुदाई कराई गई। उसी खुदाई में भगवान श्री कृष्ण की ये प्रतिमा मिली।
इस मंदिर के महत्व को हम ऐसे भी समझ सकते हैं कि आसपास के इलाके के लोगों की दिनचर्या इसी मंदिर की चौखट पर मत्था टेककर शुरू होती है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।