दुमकाः झारखंड में चंपाई सोरेन सरकार में जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन के छोटे पुत्र बसंत सोरेन ने मंत्री के रूप में शपथ ली। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद अब बसंत सोरेन की चंपाई सोरेन सरकार में बड़ी भूमिका होगी। पहले दुमका निर्वाचन क्षेत्र से अपने बड़े भाई हेमंत सोरेन के त्यागपत्र देने के बाद बसंत सोरेन 2020 के उपचुनाव में जीत कर पहली बार विधानसभा पहुंचे। अब हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद बसंत सोरेन को चंपाई कैबिनेट में शामिल किया गया है। दूसरी तरफ शिबू सोरेन के बड़े पुत्र दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन की नाराजगी बढ़ने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता हैं। जामा विधानसभा सीट से सीता सोरेन लगातार तीसरी बार निर्वाचित हुईं हैं। सीता सोरेन ने इससे पहले हेमंत सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाने के प्रस्ताव का विरोध किया था।
साल 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो विधानसभा क्षेत्र दुमका और बरहेट विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए। लेकिन बाद में उन्होंने दुमका सीट से इस्तीफा दे दिया और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दूसरी बार आसीन हुए। इसके बाद 2020 में इस सीट पर उपचुनाव हुए। जिससे जेएमएम ने महागठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के रूप में दिसोम गुरु शिबू के छोटे पुत्र बसंत सोरेन को मैदान में उतारा। इस चुनाव में बसंत सोरेन ने भाजपा की डॉ. लोईस मरांडी को करीब साढ़े छह हजार से अधिक मतों से पराजित कर इस सीट पर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा।