रांची- दुमका और बेरमो उपचुनाव व्यस्तता से निकल कर और चुनाव सम्पन्न होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड मंत्रालय पहुंचे। बुधवार को कार्यालय से निकल कर बताया कि झारखंड के कल्याण विभाग में प्री मैट्रिक के अल्पसंख्यक छात्रों को दी जाने वाली करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। जिसकी जांच की जाएगी ।11 नवंबर को विशेष सत्र बुलाकर पूर्व में हुए फर्जीवाड़े पर मंथन किया जाएगा।वही उन्होंने बताया कि विधायक प्रदीप यादव ने विधान सभा के सत्र में स्किल समिट, 2018 और ग्लोबल स्किल समिट- 2019 में युवाओं को दिए गए ऑफर लेटर को लेकर सवाल खड़े किए थे।और सरकार से इसकी जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग थी। जिस पर विचार किया जाएगा। बता दें कि पूर्व में रघुवर सरकार के समय ग्लोबल स्किल सबमिट को लेकर रांची में भव्य आयोजन किया गया था।जिसमें करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए गए थे। इस दौरान कई विभागों के द्वारा नियुक्ति पत्र निकाले गए थे। जिसमे 1 लाख 33 हज़ार 293 व्यक्तियों को ऑफर लेटर दिए गए थे।