प्रशाखा पदाधिकारी के कुल 657 पद में से 599 पद रिक्त
आज प्रोजेक्ट भवन परिसर में सहायक प्रशाखा पदाधिकारियों ने चाय पर चर्चा की। इस चर्चा में झारखंड सचिवालय सेवा संघ के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया। चर्चा का मुख्य विषय प्रशाखा पदाधिकारी के पद पर प्रोन्नति प्रदान किया जाना रहा। विदित हो कि वर्तमान में सचिवालय सेवा के प्रशाखा पदाधिकारी के कुल 657 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 599 पद रिक्त हैं। सचिवालय की कार्यप्रणाली प्रशाखा आधारित है और इसमें प्रशाखा पदाधिकारी की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इसके बावजूद प्रशाखा पदाधिकारी के पद को लम्बे समय तक रिक्त रखना न तो सरकार के हित में है और न ही सचिवालय सेवा के हित में। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि वर्तमान में अवर सचिव के पद पर भी अनुसूचित जनजाति के पदाधिकारियों के स्वीकृत 85 पदों में से आधे से अधिक पद (45 पद) रिक्त हैं। यदि जल्द ही प्रशाखा पदाधिकारी के रिक्त पदों को नहीं भरा गया तो निकट भविष्य में अवर सचिव के पद पर पदाधिकारियों का टोटा हो जायेगा।
चर्चा के उपरांत इस निष्कर्ष पर पहुँचा गया कि वर्तमान में प्रशाखा पदाधिकारी के रिक्त सभी पदों पर जल्द से जल्द प्रोन्नति दिये जाने हेतु सरकार के समक्ष मांग प्रस्तुत करते हुए वार्ता की जायेगी। उपस्थित जनसमूह के द्वारा संघ को इस दिशा में तत्काल कार्रवाई किये जाने का अनुरोध किया गया।
चर्चा में संघ के अध्यक्ष श्री विवेक आनंद बास्के, महासचिव पिकेश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष अमित कुमार, रूही पूनम, सचिव दीप्ति शिखा हेरेंज, संगठन सचिव नीलम श्वेता इंदवार के अलावे पूर्व उपाध्यक्ष अनुज कुमार रजक, आनंद कुमार, ब्रजेश कुमार, राठौर नितांत, उमेश शंकर बाखला, धर्मेन्द्र कुमार, संदीप कुमार, रीतेश कुमार, मनीषा कुमारी, कार्तिक बानरा, खिरोद सिंह मुंडा, सतीश कुमार, मनीष कुमार, विपिन कुमार, रितेश कुमार, गौरव, विनायक सहित बड़ी संख्या में सचिवालय सेवा के पदाधिकारी उपस्थित थे।