जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों के साथ की बैठक, मेडिका सहित चार अस्पतालों को नोटिस

•जिला प्रशासन ने सभी निजी अस्पतालों के साथ की गई बैठक •जिला प्रशासन द्वारा वर्चुअल मीटिंग का किया गया आयोजन •डीसी रांची एवं डीडीसी रांची ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश •राज्य सरकार के निर्देशानुसार 50% बेड कोरोना मरीजों हेतु आरक्षित रखने सम्बन्धी अनुपालन की हुई समीक्षा •चार अस्पताल संचालकों को डीडीसी ने नोटिस जारी किया मेडिका, मेदान्ता, सी सी एल गांधीनगर और सेवा सदन को जारी हुआ नोटिस। •जल्द 50 बेड आरक्षित करने का दें रिपोर्ट अन्यथा डी एम एक्ट के तहत होगी कार्रवाई

रांची: रांची में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए तथा राज्य सरकार द्वारा जारी 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों हेतु आरक्षित करने के संदर्भ में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन लगातार कवायद कर रहा है।

इस बाबत आज उपायुक्त रांची श्री छवि रंजन तथा उप विकास आयुक्त रांची श्री विशाल सागर ने सभी निजी अस्पताल प्रबंधकों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग किया। वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में 50% बेड कोरोना मरीजों हेतु आरक्षित करने संबंधी रिपोर्ट की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि चार अस्पतालों के द्वारा अब तक 50% बेड आरक्षित करने संबंधी रिपोर्ट समर्पित नहीं की गई है। उप विकास आयुक्त श्री विशाल सागर ने इन सभी अस्पताल प्रबंधकों को नोटिस जारी किया है और जल्द से जल्द 50% बेड आरक्षित कर रिपोर्ट समर्पित करने को कहा है अन्यथा आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। मेडिका, मेदान्ता, सीसीएल तथा सेवा सदन को नोटिस जारी किया गया है। वर्चुअल मीटिंग के दौरान कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश भी दिए गए।

निजी अस्पताल प्रबंधकों को दिए गए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश इस प्रकार है:-

◆ प्रत्येक अस्पताल अपनी क्षमता का 50% बेड कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीजों के लिए सुरक्षित रखेंगे।

◆ सभी अस्पताल कोरोना मरीजों के एडमिट होने का समय सही सही अंकित करेंगे तथा उनके डिस्चार्ज होने के समय का भी उल्लेख करेंगे। डैशबोर्ड पर भी इसकी ऑनलाइन इंट्री ससमय निरन्तर करते रहेंगे। एक एमआईएस कर्मी की प्रतिनियुक्ति इस कार्य हेतु करेंगे।

◆ कोरोना संक्रमण को मात देकर नेगेटिव हुए डिस्चार्ज मरीजों के ब्लड ग्रुप संधारित करेंगे तथा डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी उपलब्ध कराएंगे। यह भविष्य में प्लाज्मा डोनेशन के लिए उपयोग में आएगा।

◆ सभी निजी अस्पताल ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त स्टॉक रखना सुनिश्चित करेंगे। प्रशासन इस संबंध में ऑक्सीजन सप्लायर्स के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है।

◆ मरीजों की हालत को देखकर ही उन्हें बेड उपलब्ध कराया जाए। वैसे कोरोना मरीजों को बेड उपलब्ध कराने की आवश्यकता नहीं है जिनको होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है। इस संबंध में सम्बंधित इनसिडेंट कमांडर से भी जानकारी प्राप्त किया जा सकता है।

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