सरकारी स्कूलों के बच्चों को अब जनजातीय भाषाओं में मिलेंगे डिजिटल कंटेंट

रांची- झारखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए खुशखबरी है। अब इन्हें जनजातीय भाषाओं में डिजिटल कंटेंट मिलेंगे। इसके लिए झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल संताली और बांग्ला विषयों के विशेषज्ञ कंटेंट तैयार कर रहे हैं। अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के डिजिटल कंटेंट भी बच्चों को उपलब्ध कराये जायेंगे। संताल परगना समेत अन्य जिलों के बच्चों को ई-कंटेंट उपलब्ध कराये जायेंगे। सरकारी स्कूलों के बच्चों को गणित, हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराये जा रहे हैं। संस्कृत विषय के भी डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। 

हर बच्चे को शिक्षा दिलाना है उद्देश्य
लॉकडाउन की अवधि में कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसका भी प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए वैसे प्राइवेट स्कूल जिन्हें लॉकडाउन में विद्यार्थियों के लिए डिजिटल कंटेंट नहीं मिल पा रहे हैं, उन्हें भी सुविधा दी जा रही है।

इनोवेशन के कार्य कर रहे शिक्षक
झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने कहा कि कई शिक्षकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में इनोवेशन के कार्य किये जा रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) द्वारा ऐसे शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके साथ ही उनके बेहतर प्रयासों का डॉक्यूमेंटेशन किया जा रहा है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *