रघुवर दास का दावा, सरकार ने संथाल परगना में विकास की नई लकीर खींची

दुमका। सरकार संथाल परगना के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित है। पिछले साढ़े चार वर्षों में सरकार ने संथाल परगना में विकास की एक नई लकीर खींचा है। सरकार सभी क्षेत्रों में कार्य कर रही है। झारखण्ड की जनता खुशहाली के साथ अपना जीवन यापन करे यही सरकार की सोच है। आदिवासी समाज के जीवन स्तर में सुधार आये। आदिवासी समाज के लोग हर क्षेत्र में आगे बढ़े इस दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रही है। अगर पिछले 70 वर्षों में आदिवासी समाज के एक-एक गांव को विकास के पथ पर लाया जाता तो आज तस्वीर कुछ और होती। लेकिन पिछले 70 वषों में आदिवासी समाज के लोगों को बहला फुसला कर ठगने का कार्य कुछ विकास विरोधी शक्तियों द्वारा किया गया है। वर्तमान सरकार आदिवासी समाज के हित में झारखण्ड के लोगों के हित में कार्य कर रही है। ये बातें राजभवन दुमका में प्रेस के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने सोमवार को कही।

मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि पिछले 70 वर्षों में 38 लाख घरों में ही बिजली पहुंची थी। लेकिन साढ़े चार वर्षों में 30 लाख घरों में बिजली पहुंचाने का कार्य सरकार ने किया है। सरकार ने 117 ग्रीड तथा 217 सब स्टेशन बनाने का कार्य किया है। बहुत जल्द झारखंड की जनता को निर्बाध रूप से बिजली मिलेगी। सरकार जनता के साथ मिलकर कार्य कर रही है। आपकी जरूरतों को पूरा करने का कार्य कर रही है। हर बुनियादी सुविधाओं को गांव तक पहुंचाने का कार्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से गरीबों को सम्मान मिला है। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से अब हमारे गरीब माताओं बहनों को इलाज के लिए किसी से ऋण लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसी भी सूचीबद्ध सरकारी/ गैर सरकारी अस्पताल में वे जाकर अपना मुफ्त इलाज करा सकेंगे।

मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि लोगों में ऐसी अफवाह फैलाई गयी कि सरकार आपकी जमीन को छीन लेगी। लेकिन पिछले साढ़े चार सालों में सरकार ने लोगों के विश्वास को जीतने का कार्य किया है। किसी भी व्यक्ति का जमीन कोई नहीं छीन सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण जनजीवन में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। अब गांवों में भी शहरों की तरह रौशनी, पेयजल, सड़क इत्यादि सुविधाएं रहेगी। यह यहां रोजगार के नए अवसर प्रदान करेंगे। जिससे पलायन भी रूकेगा।