2016 में मैं सड़क मार्ग से इस डैम के समीप से गुजर रहा था। उस समय यहां की प्राकृतिक खूबसूरती ने मुझे काफी हद तक आकर्षित कर लिया। बस मैंने तय कर लिया कि संभावनाओं से भरे इस स्थल को विकसित किया जाएगा। यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट हो गया। राज्य की आर्थिक समृद्धि, लोगों, को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराने और झारखण्ड की खूबसूरती को दुनिया के समक्ष लाने के उद्देश्य से पतरातू डैम को विकसित करने का काम शुरू हुआ। आज मुझे इस बात की खुशी है कि 18 माह के अंदर सरकार आप सभी झारखंडवासियों को यह खूबसूरत डैम विकसित कर सौंप रही है। ये बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने पतरातू में पतरातू लेक रिसॉर्ट के लोकार्पण समारोह में कही।
पर्यटन स्थल का विकास हर मायने में समृद्धि का वाहक
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन स्थल राज्य की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ कर सकती है, रोजगार दे सकती है। इसको आधार मानकर, प्राथमिकता देते हुए सरकार कार्य कर रही है। उन सभी पर्यटन स्थलों को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है जो अब तक अनछुए थे। यहां के सांस्कृतिक पर्यटक स्थल को विकसित करने का कार्य शुरू हो चुका है। इटखोरी में दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप का निर्माण हो रहा है। पारसनाथ जो जैन धर्मालंबियों का तीर्थ स्थल है वहां तक हमने रेल लाइन से जोड़ने की अनुमति मिल चुकी है। मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा में लक्ष्मण झूला, फोरलेन सड़क का निर्माण होगा। दुमका स्थित मसानजोर डैम, गुमला स्थित अंजनी धाम हनुमान जी की जन्म स्थली को पर्यटकों के लिए विकसित करने की योजना है।
पर्यटकों की सुविधा हेतु हम प्रतिबद्ध हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड आने वाले पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने हेतु हम प्रतिबद्ध हैं। पतरातू लेक रिसॉर्ट में ठहरने की उत्तम व्यवस्था की गई है। जल्द यहां गेस्ट हाउस का निर्माण होगा। पिछले कुछ वर्षों में झारखंड के पास कुछ होने के बाद भी पर्यटन के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था। लेकिन 2014 के बाद से पर्यटन के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है हम इसे और आगे बढ़ाएंगे और उसी अनुरूप पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। विदेशी पर्यटक भी यहां आएं। पतरातू आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर का पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाएगा। रामगढ़ की पहचान सिर्फ कोयला से नहीं बल्कि पर्यटन स्थल के रूप में भी होगी।
केवल शिलान्यास नहीं – कार्य पूरा कर उद्घाटन भी करते हैं
हजारीबाग सांसद श्री जयंत सिन्हा ने कहा कि विगत 5 वर्ष का कार्यकाल ऐतिहासिक और अद्भुत रहा है। पतरातू जैसा पर्यटन स्थल पूरे झारखंड में नहीं। सिर्फ पर्यटन के क्षेत्र में भी हमने ऐतिहासिक कार्य नहीं किया बल्कि गरीबों को लाभान्वित करने वाली योजनाएं भी ऐतिहासिक रहीं। उज्जवला योजना और आयुष्मान भारत के तहत देश में झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जो उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर भी मुक्त उपलब्ध कराता है। आयुष्मान भारत के तहत कोई भी राशन कार्ड धारी इस योजना का लाभ ले सकता है। 5 साल के कार्यकाल के दौरान तीन मेडिकल कॉलेज का निर्माण सरकार ने कर लिया।हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में 80 बच्चे पढ़ाई कर रहें हैं। वर्तमान सरकार सिर्फ बातें, घोषणा नहीं करती बल्कि उसे अमलीजामा भी पहनाती है।
तय समय में पूरा किया काम, अब दूसरे चरण के निर्माण की तैयारी
पर्यटन सचिव श्री राहुल शर्मा ने कहा कि आज बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर राज्य सरकार पतरातू द्वारा लेक रिसॉर्ट का लोकार्पण गौरवान्वित करने वाला है। मुख्यमंत्री जी की सोच थी कि पतरातू के इस जलाशय को पर्यटकों के लिए विकसित किया जाए। उनकी ही सोच ने आज मूर्त रूप लिया है। पतरातू लेक रिसॉर्ट के प्रथम चरण का निर्माण कार्य 19 माह में पूरा कर लिया गया। अब दूसरे चरण का निर्माण कार्य शुरू होगा। मुख्यमंत्री जी ने उसकी आधारशिला रख दी है। पतरातू लेक रिसॉर्ट में पर्यटकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखकर मनोरंजन की व्यवस्था की गई है। इस क्षेत्र को विकसित करने में सभी का सहयोग प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य हेतु अभियंता मनीष कुमार प्रसाद व शिव कुमार को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांसद हजारीबाग श्री जयंत सिन्हा, कांके विधायक डॉ जीतू चरण राम, सचिव, पर्यटन, कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग श्री राहुल शर्मा, प्रबंध निदेशक, झारखण्ड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड, श्री सुनील कुमार, निदेशक पर्यटन सह प्रबंध निदेशक, झारखण्ड पर्यटन विकास निगम ली० श्री संजीव कुमार बेसरा, उपायुक्त रामगढ़ संजीव सिंह, पुलिस अधीक्षक रामगढ़ प्रभात कुमार, व अन्य उपस्थित थे।
इसलिए आएं पतरातू लेक रिसॉर्ट…
★पतरातू लेक रिसॉर्ट शहर की भीड़-भाड़, कोलाहल से दूर एक ऐसा पर्यटक स्थल है जहां बच्चे, बुजुर्ग, युवा व हर उम्र के लोग ख़ुशी का अनुभव कर सकते हैं।
★बच्चों के खेलने के लिए एक भव्य चिल्ड्रन पार्क है।
★वॉटर पार्क में विभिन्न प्रकार के वॉटर स्पोर्ट्स, जैसे जेट स्कीइंग, हाई स्पीड मोटरबोट, पड़ले बोट, कस्ती और पैरासेलिंग का अनुभव किया जा सकता है।
★एम्यूजमेंट पार्क में वॉल क्लाइम्बिंग, बंजी जंपिंग, मल्टीलेयर्ड रोप कोर्स है।
★21 एकड़ में फैला हुआ पतरातू लेक रिसॉर्ट में “मुरल कलाकृति” से सजे प्रवेश द्वार, दीवारें एवं स्तंभ, गोदना चित्रकला को पुनर्जीवित करते हैं।
★पतरातू लेक रिसॉर्ट को एक ओपन आर्ट गैलरी की तरह विकसित किया गया है। यहां देश के अलग-अलग राज्यों के 52 कलाकारों द्वारा बनायी गयी मुरल कलाकृतियाँ लगायी गयी हैं। इसके अतिरिक्त प्रसिद्ध शिल्पकारों द्वारा गढ़ी 16 मूर्तियां प्रस्तावित हैं।
★एक छठ घाट का भी निर्माण किया गया है। ताकि छठव्रती सूर्य को अर्घ्य दे सकें।
★सूर्यास्त का मनोरम दृश्य देखने के लिए नाव के जरिए पतरातू आइलैंड के सनसेट पॉइंट तक पहुँचा जा सकता है। सूर्यास्त देखने के लिए मचान भी बनाये गये हैं।
★हस्तकरघा और फैंसी वस्तुएँ खरीदने के लिए दुकान एवं खान-पान के लिए रेस्टोरेंट की व्यवस्था की गयी है।
★पतरातू लेक रिसॉर्ट में बॉन फायर का आनंद लेने के लिए 8 ब्लॉक का कैंपिंग प्लिंथ एरिया बनाया गया है।
★सुबह और शाम की सैर के लिए डैम के उपर 3.5 किमी का प्रोमेनार्ड बनाया गया है, जहां शैलानी घूमते हुए प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
★पर्यटकों के ठहरने के लिए सुविधाओं से युक्त आधुनिक गेस्ट हाउस का निर्माण हुआ है। पर्यटक अपनी सुविधा अनुसार कमरे या डॉरमेट्री में प्रवेश कर सकते हैं।