अब क्या होगा भाजपा का ?

पार्टी मुझे झाड़ू लगाने का भी काम देगी तो मैं सहर्ष करुंगा – बाबूलाल

झारखंड विकास मोर्चा का भारतीय जनता पार्टी में विलय हो गया है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह वर्तमान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माला पहनाकर झाविमो के प्रमुख बाबूलाल मरांडी का भाजपा में स्वागत किया। बाबूलाल के साथ झाविमो के कई पदाधिकारी भी भाजपा में शामिल हुए। साल 2006 में भाजपा से अलग होकर बाबूलाल ने झाविमो नामक एक नई पार्टी बना ली थी। उन्होंने आज 14 साल बाद भाजपा में घर वापसी किया। इस अवसर पर बाबूलाल ने कहा कि पार्टी मुझे झाड़ू लगाने का भी काम देगी तो मैं सहर्ष करुंगा।

प्रदीप और बंधु ने दिल्ली में कांग्रेस का दामन थामा

वहीं दिल्ली में झाविमो से निष्कासित विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने दिल्ली में कांग्रेस का दामन थामा।

बनाए जा सकते हैं झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष

कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व बाबूलाल मरांडी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष दायित्व सौंप सकती है। हालांकि बाबूलाल ने जो झाविमो के नाम से नई पार्टी बनाई थी, उसका प्रदर्शन का ग्राफ कुछ खास नहीं था। साल 2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में 11, 2014 में 08 और 2019 के विस चुनाव में 03 सीटों पर ही जीत मिली।

बाबूलाल की जड़ें संघ से जुड़ी हुई है

वर्तमान राजनीति परिपेक्ष में देखा जाए तो बाबूलाल और भाजपा दोनों को एक दूसरे की आवश्यकता थी। यहां मतलब से नेता जुड़ते हैं और मतलब से अलग होते हैं। भाजपा को झारखंड में एक आदिवासी चेहरे की जरुरत थी, जो बाबूलाल पर आ कर रुकी। अगर हम अर्जुन मुंडा की बात करें तो वो केन्द्र की राजनीति में व्यस्त हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि आने वाले समय में झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भाजपा के लिए कितने बड़े खेवनहार साबित होते हैं। वैसे बाबूलाल की जड़ें संघ से जुड़ी हुई है और प्रदेश की राजनीति में उनका चेहरा जाना-पहचाना है।

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