वाराणसी लोकसभा सीट के लिए मोदी के खिलाफ पर्चा भरने से चर्चा में आए बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव ने वाराणसी संसदीय सीट से नामांकन खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पीएम मोदी वाराणसी से सांसद हैं और दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं, उन्हें चुनौती देने के लिए तेजबहादुर ने 29 अप्रैल को सपा उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा था, लेकिन कागजातों की जांच के बाद चुनाव आयोग ने इसे रद्द कर दिया था। बतौर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण सुप्रीम कोर्ट में तेजबहादुर यादव का केस लड़ेंगे।
गौरतलब है कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्टिकरण मांगते हुए तेजबहादुर को नोटिस भेजा था। इसमें कहा गया था कि उनके द्वोरा दाखिल दो शपथ पत्रों में नौकरी से बर्खास्त होने की अलग-अलग वजह बताई गई हैं। जवाब देने के लिए उन्हें 1 मई तक का वक्त दिया गया था। चुनाव आयोग के मुताबिक, अगर कोई कर्मचारी सरकारी नौकरी से बर्खास्त हो तो इसकी जानकारी देना जरूरी होता है। फिर आदेश के बाद वह नामांकन करता है। लेकिन तेजबहादुर ने नियम का पालन नहीं किया। देखने वाली बात होगी की सुप्रीम कोर्ट क्यो फैसला सुनाता है।