मोतिहारी में विश्व के सबसे बड़े रामायण मंदिर के निर्माण का कार्य हुआ शुरू

मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया में प्रस्तावित विराट राम मंदिर का निर्माण कार्य मंगलवार से शुरु हो गया।निर्माण कार्य का शुभारंभ महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने खुद अपनी देख रेख में करायी। निर्माण कार्य में लगे मशीनों और अन्य उपकरणों के विधिवत पूजा अर्चना के बाद नमंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत हुई। इस मौके पर आस पास के ग्रामीण भी मौजूद रहे। इसके पूर्व मंदिर निर्माण कार्य के कमिटी से जुड़े लोगों के अलावा ग्रामीणों को आचार्य किशोर कुणाल ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि मंदिर के भूगर्भ का कार्य इसी वर्ष नवंबर के अंत में पूरा हो जाएगा।जिससे वैसे संशयवादियों को जबाब मिल जाएगा।जो मंदिर के निर्माण को लेकर तरह-तरह की बातें कह रहे थे।

महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि अगर कोई प्राकृतिक विपदा ना हो और काम सामान्य गति से चला।तो भूगर्भ का कार्य 30 नवंबर तक पूरा हो जाएगा।भूगर्भ का काम पूरा हो जाने के बाद जुलाई 2024 तक प्लिंथ तक का काम पूरा होगा और वर्ष 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा।वर्ष 2024 में अयोध्या में मंदिर बनता है।तो वर्ष 2025 में विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।यह मंदिर तीन मंजिला है और इसमें 22 मंदिर का निर्माण होगा।रामायण के सभी मुख्य घटनाओं के पात्र देवता घर में होंगे।इस परिसर में महर्षि विश्वामित्र, केवट निषाद, अहिल्या उद्धार और भरत मिलाप के मंदिर के अलावा राम सीता के विवाह समेत शबरी के जूठे बेर खाने से संबंधित मंदिर का निर्माण होगा।साथ हीं इस मंदिर परिसर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग बन रहा है। जो रामेश्वरम का अवधारणा है। भगवान राम ने शिवजी की पूजा की और उसके बाद लंका विजय के लिए निकले।

बता दें कि विराट रामायण मन्दिर अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम जानकी मार्ग पर केसरिया के कैथवलिया में बन रहा है।जिसका भूमिपूजन वर्ष 2012 में हुआ था। लेकिन कुछ अवरोध के कारण निर्माण कार्य शुरु होने में काफी लंबा समय लग गया।मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होने के मौके पर काम कराने वाली एजेंसी सनटेक इन्फ्रा के प्रबंध निदेशक गौरव गुप्ता और निर्माण एजेंसी के अधिकारी श्रवण कुमार झा के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

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